01 उत्तराखंड के चमोली जिले में आई आपदा से कई लोग बेघर हो गए हैं तो कई श्रमिकों को अपनी जान से हाथ गंवाना पड़ा। यहीं नहीं,सरकारी आंकड़ाें की मानें तो आपदा के बाद 204 लोग लापता हो गए थे। सेना, एनडीआरएफ,एसडीआरएफ,आईटीबीपी, बीआरओ आदि के जवान लापता लोगाें की तलाश में दिन-रात एक कर रहे हैं लेकिन, चिंता की बात है त्रासदी के 12 दिन बाद भी 174 श्रमिकों का कुछ पता नहीं है।
02 रोडवेज बसों में देहरादून से गढ़वाल और कुमाऊं के कई रूटों पर सफर महंगा हो सकता है। देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर लच्छीवाला में टोल टैक्स लगने के बाद रोडवेज किराया बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। इस हिसाब से बसों में 14 रुपये प्रति सवारी तक किराया बढ़ सकता है।
03 उत्तराखंड के चमोली जिले स्थित रैणी-तपोवन आपदा के बाद से केन्द्र सरकार की महारत्न कंपनी एनटीपीसी को उसकी मशीनों को ग्राउन्ड में चालने के लिए ऑपरेटर एवं टैक्नीकल स्टाफ नहीं मिल पा रहे है। आलम यह है कि कंपनी पूर्व के वेतन से भी कुछ अधिक देने को तैयार है, लेकिन कोई अब तपोवन क्षेत्र में माहप्रलय के बीच काम करने को फिलहाल तैयार नहीं है, बाहरी लोगों में तपोवन को लेकर अधिक डर देखा जा रहा है।