शरीर की बात सुनना चाहिए। हमारे शरीर में यदि कोई भी बदलाव होता है या शरीर अस्वस्थ होने लगता है तो वो हमें पहले ही संकेत देने लगती है। यदि हम शरीर की बात नहीं सुनते हैं तो आगे चलकर हमको इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।
अचानक कभी किसी की किडनी फेल नहीं होती है बस मरीज को कई बार अपनी लापरवाहियों के कारण ही पता समय से नहीं चल पाता है। किडनी फेल होने से पहले भी शरीर कई तरह के संकेत देता है। अगली स्लाइड्स से जानिए किडनी फेल होने से पहले शरीर में किस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं
किडनी खराब होने का मुख्य लक्षण है पेशाब संबंधी बदलाव। किडनी कराब होने पर पेशाब के रंग में बदलाव, बार-बार पेशाब आना, कम पेशाब आना, पेशाब आने पर जलन होने लगना, पेशाब के साथ रक्त या पस निकलना आदि लक्षण किडनी फेल होने के बहुत पहले से ही दिखने लगते हैं। जब किडनी पर बहुत अधिक दबाव पड़ता है तो कई बार पेशाब आना बंद भी हो जाती है।
जी मचलना
जब किसी व्यक्ति की किडनी ठीक तरह से अपना काम नहीं कर पाती है तो जी मचलने की समस्या उसे बहुत अधिक होती है। मुंह का स्वाद बिगड़ने लगता है। थोड़ी-थोड़ी देर में उबकाई और हिचकियां भी आती है, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित होती है तो शरीर में विषाक्त पदार्थों की मात्रा अचानक ही बढ़ने लग जाती है।
हडि्डयों का कमजोर होना
यदि आपको महसूस हो रहा है कि अचानक आपकी हडि्डयां कमजोर होने लगी है तो ऐसी स्थिति में संभव है कि आपको किडनी की कोई बीमारी हो सकती है। किडनी के बीमारी में कई लोगों की थोड़े से ही दबाव में हड्डी चटकने लगती है या हड्डी टूट जाती है। हमारी किडनी विटामिन डी और कैल्शियम के मेटाबॉलिज्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
खून की कमी
यदि आपके शरीर में बार-बार खून की कमी होती रहती है। इलाज कराने के बाद भी जांच में हीमोग्लोबिन कम होता है आवश्यकता है कि आप सही समय पर सतर्क हो जाएं क्योंकि ऐसा होने पर आपको शरीर में कमजोरी भी महसूस होगी इसलिए इसे नजरअंदाज करने की बजाय बेहतर है कि सही समय पर आप किडनी की जांच करवा लें। बाद में पता पड़ने पर मुश्किलें बढ़ सकती है।