पिछले दिनों देहरादून के आराध्या फाउंडेशन नशा मुक्ति केंद्र चंद्रबनी में हुई युवक की हत्या के मामले में क्लेमेनटाउन थाना पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दे कि 11 अप्रैल को थाना क्लेमेनटाउन में हेमंत निवासी लेन नंबर 1 क्लेमेनटाउन ने सूचना दी थी कि उनके भाई सिद्धार्थ उर्फ सिद्धू को लगभग 20- 25 दिन पहले आराध्य फाउंडेशन नशा मुक्ति केंद्र चंद्रबनी में भर्ती कराया गया था।
इसी के साथ जिसे नशा मुक्ति केंद्र के संचालक प्रशांत जुयाल, अजय शर्मा, मनीष कुमार एवं मोहन थापा ने बेरहमी से पीटकर मौत के घाट उतार दिया।
बताया कि 11 अप्रैल की सुबह लगभग सात बजे नशा मुक्ति केंद्र कर्मी सिद्धार्थ के शव को कपड़े में लपेटकर घर के बाहर छोड़कर भाग गए। हालांकि इस मामले में थाना क्लेमेनटाउन में हत्या, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति निवारण अधिनियम अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया।
बता दे कि जांच में पाया गया कि नशा केंद्र संचालक प्रशांत जुयाल व अजय शर्मा ने 10 अप्रैल की रात में सिद्धार्थ के साथ काफी मारपीट की थी, जिस कारण अगले दिन सुबह तक सिद्धार्थ की मृत्यु हो चुकी थी। हालांकि फिर प्रशांत के कहने पर अजय, मनीष कुमार व मोहन थापा के द्वारा प्रशांत की गाड़ी स्विफ्ट कार से सिद्धार्थ के शव को उसके घर के बाहर क्लेमेनटाउन में छोड़ा गया था।
इसी के साथ विवेचना में आरोपों की पुष्टि होने पर प्रशांत जुयाल निवासी शिवकुटी क्लेमेनटाउन, अजय शर्मा निवासी डोईवाला, मनीष कुमार निवासी चंदर रोड डालनवाला और मोहन थापा निवासी न्यू बस्ती क्लेमेनटाउन को गिरफ्तार कर लिया गया है।