उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने बड़े बेटे दिवाकर सिंह धामी का यज्ञोपवीत संस्कार कराया। बता दे कि सीएम धामी के साथ उनकी पत्नी सहित परिवार के लोग मौजूद रहे। इस दौरान सीएम ने अपने तीर्थ पुरोहित के पास अपनी बही वंशावली में नाम लिखवाया।
हालांकि यह यज्ञोपवीत संस्कार हरिद्वार पवित्र गंगा तट पर संपन्न कराया गया। बता दे कि हिंदू धर्म में कुल 16 संस्कार हैं जिनमें से यज्ञोपवीत संस्कार विशेष महत्व रखता है। इसे उपनयन संस्कार भी कहते हैं।
बता दे कि बालक की 8 वर्ष की आयु होने पर यज्ञोपवीत संस्कार कराया जा सकता है, लेकिन आज के समय में बदली जीवनशैली के कारण बचपन में यज्ञोपवीत संस्कार नहीं कराया जाता है।
अब विवाह के दौरान यज्ञोपवीत संस्कार करने का चलन है। सनातन धर्म में आज भी बिना जनेऊ संस्कार के विवाह पूर्ण नहीं माना जाता है।