आज बात शुरू करेंगे इन चंद लाइनों से, जिसके पास स्वास्थ्य है उसके पास आशा है और जिसके पास आशा है उसके पास सब कुछ है. आज हमारी चर्चा का विषय है अच्छा स्वास्थ्य.
अगर किसी का स्वास्थ्य सही नहीं है तो उसे कुछ भी अच्छा नहीं लगता. खराब स्वास्थ्य वाला व्यक्ति हमेशा चिंतित और दुखी रहता है. यही नहीं बीमार रहने वाले व्यक्तियों से उसके मित्र, रिश्तेदार और परिचित भी दूर भागते हैं. मौजूदा समय में दुनिया की रफ्तार बहुत तेज है, ऐसे में स्वभाविक है आपके स्वास्थ्य पर असर पड़ना. अभी कुछ साल पहले 55 से 60 साल के बाद लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें शुरू होती थी लेकिन आज यह घटकर आंकड़ा 35, 40 साल के करीब पहुंच गया है. देश में लोग समय रहते सचेत नहीं होते हैं बल्कि जब कोई परेशानी बड़ा रूप ले लेती है तब लोग जागरूक होते हैं.
आइए अब बात को आगे बढ़ाते हैं. आज 7 अप्रैल है. इस दिन विश्व स्वास्थ्य दिवस (वर्ल्ड हेल्थ डे) मनाया जाता है. इस दिन स्वास्थ्य संगठन एनजीओ समेत लोगों को स्वस्थ रहने के लिए जागरूक करती हैं. साधारण शब्दों में कहें तो इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों के स्वास्थ्य स्तर को बेहतर करना और समाज को जानलेवा बीमारियों के प्रति जागरूक करना है. बता दें कि दुनिया भर में कई भयानक बीमारियां लाखों लोगों को पीड़ित करती हैं. वहीं आज के समय में लोगों की अनहेल्दी लाइफस्टाइल और गलत खान-पान के कारण सारी समस्याएं देखी जा रही हैं.
हर साल विश्व स्वास्थ्य दिवस की एक थीम निर्धारित की जाती है. इस बार की थीम ‘हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य (Our planet, our health)’ है. हमारे स्वास्थ्य में इस पृथ्वी का खास योगदान होता है. इसलिए हम हेल्दी रहें इसके लिए अपनी धरती को भी हेल्दी रखना जरूरी है. प्राइमरी हेल्थ 6 तरह की होती है, जिसमें फिजिकल, मेंटल, सोशल, इमोशनल, एनवायरमेंटल और स्प्रिचुअल हेल्थ शामिल होती है. अगर किसी की ये 6 प्राइमरी हेल्थ सही हैं, तो उसे स्वस्थ कहा जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, अच्छी हेल्थ हर इंसान के लिए काफी जरूरी है.
साल 1950 से हर साल विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने की हुई थी शुरुआत-
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसकी शुरुआत 7 अप्रैल 1948 को की थी।1950 से हर साल विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाने लगा। इसमें 195 देश शामिल हैं. आज 72वां विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जा रहा है. ऐसे में इस दिवस का महत्व कई गुना ज्यादा बढ़ गया है. इस दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रखना है. दुनियाभर में लाखों की संख्या में लोग आज कई बड़ी बीमारियों से जूझ रहे हैं. जिसमें कोरोना, टीबी, पोलियो, कैंसर और एड्स जैसी कई घातक बीमारियां शामिल हैं.
ऐसे में लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करना ही इस दिवस का मुख्य उद्देश्य है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से पूर्ण स्वस्थ होना ही मानव स्वास्थ्य की परिभाषा है. जिसके कारण हर किसी को इसके तहत जागरूक करना है. आज विश्व स्वास्थ्य दिवस पर आइए हम भी अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने के कुछ संकल्प लें. सबसे पहले दिनचर्या सही करें, किसी प्रकार का तनाव न लें, हर रोज सुबह-शाम व्यायाम और योग करें. नहाना, खाना और सोना ये तीन काम हमेशा समय से करें. खान-पान के प्रति लापरवाही न करें और न ही आवश्यकता से अधिक आहार लें. समय-समय पर डॉक्टर से परामर्श लेते रहें. खुद भी स्वस्थ रहें और अपने मित्रों, रिश्तेदारों परिचितों को भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करें.
–शंभू नाथ गौतम