बॉक्सिंग-डे टेस्ट जीतकर भारत ने चार मैच की सीरीज 1-1 से बरबरी पर खड़ी कर दी। अब श्रृंखला का अगला मुकाबला सात जनवरी से सिडनी में होना है। मेलबर्न में पांच गेंदबाजों को लेकर उतरने की भारत की रणनीति कारगर रही, लेकिन अगले टेस्ट में अजिंक्य रहाणे की टीम के सामने चयन की दुविधा होगी खासकर रोहित शर्मा की वापसी के बाद पारी की शुरूआत को लेकर कठिन फैसला लेना होगा।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले साल घरेलू श्रृंखला में सलामी बल्लेबाज के तौर पर रोहित काफी कामयाब रहे थे, लेकिन अभ्यास के अभाव और मौजूदा हालात में उनका शीर्षक्रम में खेलना संदिग्ध लग रहा है। मुख्य कोच रवि शास्त्री ने मेलबर्न में आठ विकेट से मिली जीत के बाद कहा था, ‘हम उससे बात करेंगे और देखेंगे कि शारीरिक तौर पर क्या स्थिति है क्योंकि वह दो हफ्ते से पृथकवास पर है। यह भी देखना होगा कि वह कैसा महसूस कर रहा है।’
रोहित बुधवार को मेलबर्न पहुंच गए। शुभमन गिल ने अपने पहले टेस्ट में प्रभावित किया लिहाजा रोहित की वापसी पर मयंक अग्रवाल या हनुमा विहारी में से एक को बाहर होना पड़ेगा। मयंक इस श्रृंखला में लगातार खराब फॉर्म में हैं और एक ही बार दोहरे अंक तक पहुंच सके हैं, वह उतने मजबूत बल्लेबाज नजर नहीं आए जैसे 2018 के दौरे पर थे। वैसे उन्हें बाहर करने का फैसला काफी कठिन होगा।
इस साल की शुरूआत में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट बतौर सलामी बल्लेबाज रोहित की असल परीक्षा होती, लेकिन वह चोटिल हो गए थे। वह इस बार भी चोट से उबरकर लौट रहे हैं और आखिरी मैच उन्होंने 10 नवंबर को आईपीएल फाइनल खेला था।
ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाजी की चुनौती काफी कठिन होगी चूंकि वह पारी का आगाज करते हैं। चयन समिति के पूर्व प्रमुख एमएसके प्रसाद का मानना है कि रोहित की वापसी पर मयंक या विहारी को हटाना ही विकल्प होगा।
भारत के पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि विहारी और मयंक दोनों को बाहर करके रोहित और केएल राहुल को उतारा जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘शुभमन ने काफी प्रभावित किया है, उसके पास कौशल और स्थिरता दोनों है। मयंक की जगह मैं राहुल को और विहारी की जगह रोहित को लेना चाहूंगा।’