गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्टर परेड के दौरान जमकर हिंसा हुई. कई मौकों पर दिल्ली पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर संघर्ष भी हुआ. इसी संघर्ष में कई कहानियां ऐसी भी हैं, जो जज्बों को बयां करते हैं.
इसी ट्रैक्टर परेड के दौरान जब गाजीपुर बॉर्डर के पास रूट तोड़कर अक्षरधाम की ओर बढ़ रहे ट्रैक्टरों को दो महिला पुलिसकर्मी ने रोक दिया. दरअसल, पुलिस द्वारा बैरिकेड लगाने के बाद भी यहां किसान ट्रैक्टरों को आगे लाने की कोशिश कर रहे थे. तभी यहां पर मुस्तैद ATO इंस्पेक्टर पुष्पलता, सब-इंस्पेक्टर सुमन ने उन्हें रोक दिया.
जब ये सब हो रहा था, उस वक्त भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत खुद वहां मौजूद थे. लेकिन दोनों बहादुर बेटियों ने किसी को आगे जाने नहीं दिया. दोनों महिला पुलिसकर्मी ट्रैक्टर के बोनट पर लटकी रहीं, जब तक टिकैत नहीं लौट गए.
यहां पर किसानों ने ट्रैक्टर से पहले एक बैरिकेड को तोड़ा, लेकिन वो दूसरी जगह का बैरिकेड तोड़ पाते तभी इंस्पेक्टर पुष्पलता और सब-इंस्पेक्टर सुमन भीड़ को साइड करते हुए आगे आईं और एक ट्रैक्टर के बोनट पर लटक गईं.
यहां किसानों और महिला पुलिसकर्मियों के बीच बहस हुई, जब किसानों ने कहा कि वो संसद तक जाएंगे तो महिला पुलिसकर्मी भी पीछे नहीं हटीं और उन्हें रोक दिया. बहस होने के बाद यहां राकेश टिकैत भी बीच-बचाव करने आए, जिसके बाद बैरिकेड तोड़ने की कोशिश कर रहे ट्रैक्टरों को वापस लौटना पड़ा.