नई दिल्ली| कोरोना के घटते मामलों के बाद शुक्रवार को दिल्ली सरकार की ओर से नाइट कर्फ्यू हटाने के प्रस्ताव को उपराज्यपाल अनिल बैजल ने स्वीकार नहीं किया है. इसी के साथ बाजारों को भी ऑड इवन योजना के तहत ही खोले रखने की बात कही है.
हालांकि निजी दफ्तरों को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की बात को एलजी ने स्वीकार किया है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले सीएम अरविंद केजरीवाल कोरोना के चलते दिल्ली में लगी बंदिशों को हटाने संबंधी प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए इसे मंजूरी के लिए एलजी के पास भेजा था लेकिन वहां पर एक ही बात की मंजूरी मिली, बाकि बंदिशें अभी राजधानी में पहले की तरह ही लागू रहेंगी.
गौरतलब है कि दिल्ली में कम होते मामलों के चलते सरकार ने बंदिशों को कम करने का फैसला किया था. हालांकि एलजी अनिल बैजल ने इस प्रस्ताव में से केवल एक ही बात को मानते हुए बाकि दो बातों को अस्वीकार कर दिया है.
इससे पहले दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार की ओर से नाइट कर्फ्यू हटाने, ऑड इवन को बाजारों के लिए खत्म करने और निजी दफ्तरों को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की बात कही थी. ससोदिया ने कहा कि जब कोविड बढ़ रहा था, तब कई पाबंदियां लगीं.
अब कोरोना का पीक निकल गया है. हालात सुधर रहे हैं. लोगों की रोजी रोटी चलती रहे, व्यापार चलता रहे. कोरोना और लॉकडाउन की वजह से नौकरियां चली गई हैं. एलजी साहब के पास प्रस्ताव भेज दिया है. एलजी के यहां से अप्रूवल मिल जाएगा, तो सभी को राहत मिलेगी.
वहीं स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैने ने कहा था कि राजधानी में पॉजिटिविटी रेट कम हो गई है और शुक्रवार को दस हजार से भी कम मामले आने की संभावना है. उन्होंने कहा था कि दिल्ली के अन्दर 1 लाख केस की संभावना वाला खतरा टल गया है. दिल्ली के अंदर कोरोना पीक हट चुका है और केस कम हो रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि राजधानी में लगातार कोरोना के मामलों में गिरावट देखने को मिल रही है. गुरुवार के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो दिल्ली में 12,306 नए संक्रमित सामने आए थे. वहीं 18,815 लोगों ने कोरोना से जंग जीत ली थी. हालांकि इस दौरान 43 लोगों ने संक्रमण के चलते दम भी तोड़ दिया था. अब तक कुल एक्टिव मामलों की संख्या 68,730 पहुंच गई है. पॉजिटिविटी रेट की बात की जाए तो गुरुवार को ये 21.48 प्रतिशत पर रही.