चकराता में झमाझम बारिश से ठंड होने लगी। बारिश के चलते बाजारों में भी सन्नाटा रहा। हालांकि, किसानों को बारिश ने राहत पहुंचाई है। बारिश के साथ ही जौनसार-बावर में तेज हवाएं चली।
मंगलवार सुबह से ही चकराता क्षेत्र में बादलों ने डेरा डाल दिया। करीब एक बजे दिन से रिमझिम बारिश का दौर शुरू हो गया। जोकि, दिनभर रुक-रुक कर चलता रहा। इसके साथ तेज हवाओं ने 22 से 23 डिग्री तक चढ़े पारे को 12 डिग्री तक लुढका दिया। न्यूनतम पारा सात डिग्री पहुंचने से लोग ठंड से ठिठुरते नजर आए।
बारिश के चलते छावनी बाजार सहित क्षेत्र के अधिकांश बाजारों में दोपहर बाद से सन्नाटा पसर गया। एक्का दुक्का लोग छाता के सहारे गर्म कपड़ों में घरों से बाहर दिखाई दिए। ठंड से बचने के लिए लोगों को हीटर, अंगीठी आदि का सहारा भी लेना पड़ा।
हालांकि, कई दिनों से सूखे के चलते बारिश का इंतजार कर रहे किसानों को बारिश ने राहत पहुंचाई है। मटर, टमाटर आदि फसलों में बारिश ने खाद का काम किया है। किसानों की माने तो इस बारिश का लाभ वर्तमान फसलों के साथ आगामी बुआई की फसलों को भी मिलेगा।
पछुवादून में बारिश से लुढका पारा
पछुवादून क्षेत्र में भी बदले मौसम का असर बना रहा। सुबह से ही आसमान में छाये बादलों के बीच तेज हवाएं चलती रही। जिससे अधिकतम तापमान 23 और न्यूनतम 14 डिग्री तक लुढक आया। बीच-बीच में रुक-रुक कर बारिश और सूर्यदेव के दर्शन भी हुए। खराब मौसम का बाजारों में भी असर देखने को मिला। ठंडी हवाओं और खराब मौसम के चलते अधिकांश लोग दिनभर घरों में ही दुबके रहे।