हनुमान चालीसा को लेकर अब दो महिला सांसदों के बीच घमासान छिड़ गया है. सपनों के शहर मुंबई में दोनों सांसद आमने-सामने आ गईं हैं. एक महाराष्ट्र की अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और शिवसेना के राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी के बीच हनुमान चालीसा के पाठ करने को लेकर संग्राम छिड़ा हुआ है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर के विरोध में हनुमान चालीसा का पाठ करने की धमकी दी थी. 15 दिनों से लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा को लेकर कई राजनीतिक दल के नेता एक दूसरे पर बयानबाजी करने में लगे हुए हैं. पिछले दिनों निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके निर्दलीय विधायक पति रवि राणा ने जब से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने का एलान किया है तब से इस मामले पर राजनीति बढ़ती जा रही है शिवसेना नेता संजय राउत ने तो यहां तक कह दिया है कि हम उनका स्वागत करने के लिए बैठे हैं, हिम्मत है तो सामने आकर मुकाबला करें.
नवनीत राणा के इस एलान के बाद शिवसेना ने भी उनके खिलाफ ताल ठोंक दी. शनिवार सुबह से राणा के मुंबई के खार स्थित घर के बाहर शिवसैनिकों ने डेरा जमा रखा है. जिस वजह से राणा दंपति बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. शिवसेना की फायर ब्रांड नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी भी यहां पहुंच गईं. नवनीत के चैलेंज पर प्रियंका ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा का विरोध नहीं है. ढोंगी हनुमान भक्तों से दिक्कत है और उनका विरोध किया जा रहा है. शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि हम सांसद नवनीत राणा को रास्ता दिखाएंगे और कोल्हापुरी मिर्ची और बड़ा पाव खिलाकर स्वागत करेंगे. फिलहाल हनुमान चालीसा को लेकर मुंबई में भाजपा और शिवसेना के बीच घमासान मचा हुआ है. वहीं दूसरी ओर शिवसैनिकों के घर के बाहर प्रदर्शन करने के बाद नवनीत ने कहा कि मुझे कोई रोक नहीं सकता है. अगर मेरे ऊपर कोई हमला होता है तो इसकी जिम्मेदारी सीएम उद्धव ठाकरे की होगी. नवनीत ने कहा कि सीएम ने गुंडे भेजे हैं. राणा ने कहा कि मैं मातोश्री के बाहर जाऊंगी, मुझे कोई रोक नहीं सकता है.उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा करने का विरोध किस लिए. ये कोई चुनावी स्टंट नहीं है, अभी तो कोई चुनाव भी नहीं है.