पिछले काफी समय देश के युवाओं में सेना में भर्ती न निकलने को लेकर आक्रोश व्याप्त है. हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान युवाओं ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चुनावी रैली के दौरान सेना में भर्ती किए जाने का मुद्दा भी उठाया था. उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में भर्ती का विज्ञापन जारी न होने की वजह से युवाओं में निराशा का माहौल है. यूपी के बलिया और गोंडा में चुनावी रैली के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सामने जब युवाओं ने सेना में भर्ती निकाले जाने के लिए कहा तो तब राजनाथ सिंह ने कहा जल्द ही भर्ती निकाली जाएगी लेकिन अभी तक केंद्र सरकार ने भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं किया है. युवा सेना में भर्ती में शामिल होने के लिए युवा सुबह, शाम दौड़ लगा रहे हैं लेकिन अब वह भी निराश हो चले हैं. सबसे बड़ी वजह यह है कि भर्ती न निकलने की वजह से कई युवाओं की आयु भी निकल गई है. विपक्षी नेता सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती समेत कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी यूपी चुनाव के दौरान सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार से जवाब भी मांगा. पिछले दिनों कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद भी सेना भर्ती प्रक्रिया अधूरी होने और खाली पड़े पदों को न भरने को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है.
उन्होंने राजनाथ सिंह से कहा कि सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना तमाम भारतीय युवाओं का सपना होता है. युवा इसके लिए कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन सेना में भर्तियों के परिणामों, नियुक्तियों में देरी होने के कारण युवा अब परेशान हो रहे हैं. प्रियंका ने दिसंबर 2021 में लोकसभा में दिए केंद्र सरकार के जवाब का जिक्र करते हुए कहा कि सेना में 1.25 लाख पद रिक्त हैं. वहीं कई वर्षों से सेना भर्ती नहीं निकाली गई है. सेना भर्ती की तैयारी करने वाले युवा परेशान हैं. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि सेना में लाखों रिक्त पदों के लिए बिना देरी भर्ती निकाली जाए.
पिछले दिनों संसद में सेना में भर्ती में हो रही देरी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कोविड महामारी के कारण थल सेना में भर्ती प्रक्रिया निलंबित कर दी गई. वहीं दूसरी ओर रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने संसद में बताया कि कोरोना महामारी के चलते सेना भर्ती रैलियों पर रोक लगी हुई है. उन्होंने कहा कि पिछले साल (2021-22) में सेना ने चार भर्ती रैली आयोजित की हैं लेकिन शेष भर्ती रैली प्रक्रिया पर कोरोना के चलते रोक लगी हुई है. उन्होंने कहा कि कोविड महामारी का प्रकोप कम हुआ है, लेकिन यह अभी समाप्त नहीं हुआ है. कोरोना वायरस महामारी के चलते पिछले दो सालों में थल सेना में भर्ती रैलियों का आयोजन नहीं हुआ है. सबसे बड़ा सवाल यह है कि जो युवा निर्धारित आयु सीमा अपनी पार कर गए हैं क्या केंद्र सरकार उन्हें दो साल की छूट देगी ?
–शंभू नाथ गौतम