भारत में दो कोरोना वैक्सीन का उत्पादन हो रहा है-कोविशील्ड और कोवैक्सीन. जिसमें सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मंजूरी मिल गई, लेकिन अभी तक भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का मामला अटका हुआ है.
ऐसा माना जा रहा है कि कोवैक्सिन के लिए फाइनल अप्रूवल अक्टूबर तक पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है. पांच अक्टूबर को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए डब्ल्यूएचओ की मंजूरी के सिलसिले में स्ट्रटेजिक एडवाइजरी ग्रुप आफ एक्सपर्ट्स की बैठक होने वाली है जिसमे भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को डब्ल्यूएचओ की तरफ से हरी झंडी दी जा सकती है.
बता दें कि भारत में फिलहाल के कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल की इजाजत है, लेकिन अभी तक इस टीके को किसी पश्चिमी देश की नियामक संस्था से मंजूरी नहीं मिली है. इसकी वजह से कई देशों ने कोवैक्सीन लगवाने वाले लोगों के ट्रैवल को इजाजत नहीं दी है.