वैली ऑफ फ्लावर्स: फूलों की घाटी में 17 किलोमीटर लंबा ट्रैक पर्यटकों को आकर्षित करता है

बता दें कि फूलों की घाटी में 17 किलोमीटर लंबा ट्रेक है, जो 10,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित घांघरिया से शुरू होता है. जोशीमठ के पास एक छोटी सी बस्ती गोविंदघाट से ट्रेक के जरिये पहुंचा जा सकता है. फूलों की घाटी में प्रवेश करने के लिए नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान की ओर से ऑफलाइन माध्यम से अनुमति दी जाती है. फूलों की घाटी वो जगह है, जहां रिसर्च, आध्यात्म, शांति और प्रकृति को करीब से जानने का अद्भुत अवसर मिलता है. यहां घूमने का सही समय जुलाई के मध्य से अगस्त के मध्य तक है.

इस दौरान मानसून की पहली बारिश के बाद यहां के फूल पूरी तरह खिल उठते हैं. फूलों की घाटी सिर्फ जून की शुरुआत से अक्टूबर तक सैलानियों के लिए खुली रहती है. बता दें कि फूलों की घाटी ब्रिटिश पर्वतारोही और वनस्पति शास्त्री, फ्रैंक एस स्मिथ ने 1931 में आकस्मिक खोज की थी. इसे यूनेस्को ने 2005 में विश्व धरोहर घोषित किया था. फूलों की घाटी की यात्रा ऋषिकेश से बदरीनाथ हाईवे पर गोविंदघाट पहुंचकर शुरू होती है. पर्यटकों को घाटी के बेस कैंप घांघरिया तक 14 किमी पैदल दूरी तय करनी पड़ती है. प्रवेश के लिए दोपहर तक ही पर्यटकों के लिए इजाजत होती है. फूलों की घाटी में प्रवेश करने के लिए पर्यटकों को घांघरिया से परमिट लेना पड़ता है.

मुख्य समाचार

वाराणसी गैंगरेप मामला: प्रधानमंत्री मोदी ने दिए दोषियों पर सबसे सख्त कार्रवाई के निर्देश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र...

विज्ञापन

Topics

More

    Related Articles