पहाड़ी परिधान और धाकड़ अंदाज में उत्तराखंड की 23 वर्षीय दिव्या नेगी का नेशनल यूथ पार्लियामेंट फेस्टिवल में दिया गया भाषण इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है। बता दे कि अपने भाषण में दिव्या ने भारत की वसुधैव कुटुंबकम परंपरा को विशेष रूप से रेखांकित किया।
इसके अलावा कार्यक्रम में उनका पारंपरिक पहाड़ी परिधान भी आकर्षण का केंद्र रहा। इसी के साथ दिव्या ने बताया कि अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए गौरवपूर्ण था। नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करने वाली दिव्या के अलावा देश के 28 अन्य प्रदेशों से भी वक्ता शामिल हुए थे।
हालांकि मूल रूप से टिहरी जिले के थौलधार ब्लाक के सोनार गांव निवासी दिव्या नेगी ने आठवीं तक की पढ़ाई गांव से और आगे की पढ़ाई एसजीआरआर पीजी कालेज देहरादून से की है।
इसके बाद उनका चयन गांधी फेलोशिप के लिए हो गया। इसके तहत वर्तमान में वो रुद्रपुर में नीति आयोग के तहत होने वाले विकास कार्यों पर काम कर रही हैं।
दिव्या बताती हैं, नेशनल यूथ पार्लियामेंट फेस्टिवल में प्रदेश के प्रतिनिधित्व का मौका हासिल करने के लिए उन्होंने पहले ब्लाक, जिला और फिर प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। हर वर्ष आयोजित होने वाले नेशनल यूथ पार्लियामेंट फेस्टिवल में इस बार का थीम ‘विश्व के लिए भारत’ रखा गया था।
अपने विषय के चुनाव को लेकर दिव्या बताती हैं कि कार्यक्रम से सिर्फ एक दिन पहले उन्हें तीन विषय दिए गए थे। इसमें से उन्होंने ‘भारत में जी-20 का प्रतिनिधित्व: एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ विषय को चुना। भाषण तैयार करने के लिए भी उन्हें कुछ घंटे का ही वक्त मिला था, लेकिन सबको भाषण पसंद आया।