भारत का पहला राष्ट्रीय पार्क और विश्वविख्यात कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के नाम को सरकार अब बदलने की तैयारी में है. इस बात का संकेत केंद्रीय वन और पर्यावरण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे तीन अक्तूबर को कॉर्बेट पार्क पहुंचकर दे गए हैं. जल्द ही सरकार कॉर्बेट नेशनल पार्क का नाम बदलकर रामगंगा नेशनल पार्क करने की तैयारी में है.
आइये जानते हैं इस पार्क की कुछ विशेषता
सन् 1936 ई. में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व पार्क स्थापित हुआ था. स्थापना के समय इसका नाम हेली नेशनल पार्क रखा गया था. उसके बाद स्वतंत्रता मिलने के बाद इस पार्क का नाम रामगंगा नेशनल पार्क रख दिया गया. फिर 1957 में महान प्रकृतिवादी, प्रख्यात संरक्षणवादी , प्रसिद्ध शिकारी स्वर्गीय जिम कॉर्बेट की याद में पार्क को कॉर्बेट नेशनल पार्क के रूप में परिवर्तित किया गया.
उत्तराखंड के नैनीताल और पौड़ी जिले के बीच कॉर्बेट पार्क 521 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है. यहां पेड़ों की 110 प्रजातियां, स्तनधारियों की 50 प्रजातियां, पक्षियों की 580 प्रजातियां और सरीसृप की 25 प्रजातियां रहती हैं. कॉर्बेट पार्क के प्रमुख वन्यजीवों में बंगाल टाइगर, एशियाई हाथी, तेंदुए, जंगली सूअर, स्लोथ बीयर, सियार, नेवला और मगरमच्छ आदि हैं.