उत्तराखंड शिक्षा विद्यालयी परिषद ने कोरोना काल के बीच हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं कराने की तैयारियां तेज कर दी है। बोर्ड के अधिकारियों ने छात्र-छात्राओं के पंजीकरण व परीक्षा केंद्र निर्धारण का कार्य भी पूरा कर लिया है। बोर्ड में इस बार हाईस्कूल में 1,48,828 और इंटरमीडिएट में 1,23,485 छात्र-छात्राएं परीक्षा के लिए पंजीकृत किए गए हैं।
इसमें गौर करने वाली बात यह है कि हर साल हाईस्कूल में विद्यार्थियों की संख्या अधिक रहती थी, लेकिन इस बार हाईस्कूल में परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों की संख्या कम हुई है। जबकि इंटरमीडिएट में छात्रों की संख्या बढ़ गई है। वहीं बोर्ड परीक्षा की पहली सीढ़ी कहे जाने वाले हाईस्कूल में ही बच्चों की संख्या घटने से विशेषज्ञ भी चिंतित हैं।
शिक्षक नवेंदु मठपाल कहते हैं कि राज्य में हाईस्कूल तक के प्राइवेट स्कूलों के बढ़ने से बच्चों की संख्या घट रही है। बताया कि अभिभावक बच्चों का बेस मजबूत करने के लिए प्राइवेट स्कूल में डाल रहे हैं, जबकि बोर्ड की बात आती है तो वह सरकारी स्कूल को उचित समझने लगे हैं। बोर्ड की सचिव डॉ. नीता तिवारी ने बताया कि हाईस्कूल में बच्चों की संख्या क्यों घटी है, मामले की जानकारी ली जाएगी।
उत्तराखंड शिक्षा बोर्ड सीबीएसई को टक्कर दे रहा है। बच्चों की संख्या घटी तो है, लेकिन बोर्ड का हाईस्कूल का रिजल्ट 2019 में 76.43 व 2020 में 76.91 प्रतिशत रहा है। इंटर 2019 में 80.13 व 2020 में 80.26 प्रतिशत रहा है।