प्रदेश में अब कोरोना के बाद डेंगू सता रहा है. राजधानी दून में डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं. बुधवार को देहरादून जिले में डेंगू के तीन नए मरीज मिले.इस तरह अब तक 21 मरीजों पुष्टि हो चुकी है.
जिला वेक्टर जनित रोग अधिकारी सुभाष जोशी ने बताया कि बुधवार को जिन तीन मरीजों में डेंगू बुखार की पुष्टि हुई है उनमें से 22 साल की एक महिला और 41 व 31 वर्ष के दो पुरुष हैं. जो आईएमएस यूनिवर्सिटी, शास्त्रीनगर (सीमाद्वार) और पिट्ठूवाला (माजरा) के रहने वाले हैं.
सुभाष जोशी ने बताया कि अभी तक जनपद देहरादून में 887829 आबादी के अंतर्गत 180358 घरों का सर्वे किया गया। जिसमें से 8772 घरों में मच्छर का लार्वा पाया गया. जिसे टीमों के द्वारा नष्ट किया गया.
आपको बता दें कौन कौन से प्रकार होते हैं डेंगू के :
क्लासिकल यानी साधारण डेंगू बुखार : ये बुखार मरीज को करीब पांच से सात दिन तक रहता है. इसमें ठंड लगने के साथ तेज बुखार होता है.साथ ही सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द होता है. मरीज को भूख लगनी बंद हो जाती है और बहुत कमजोरी आ जाती है.
हमरेजिक यानी डीएचएफ डेंगू बुखार : इसमें मरीज के नाक और मसूड़ों से खून आने लगता है. शौच या उल्टी करने पर भी खून आता है. और चेहरे पर नीले और काले रंग के निशान पड़ जाते हैं.
शॉक सिंड्रोम यानी डीएसएस डेंगू बुखार: इसमें तेज बुखार होने के बावजूद मरीज की त्वचा ठंडी रहती है. मरीज का ब्लड प्रेशर कम हो जाता है और मरीज में बेहोशी के लक्षण भी दिखाई देने लगते हैं.