कोरोना संक्रमण से मुक्त होने के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सबसे पहले अपने कार्यकाल का पहला बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। सोमवार देर शाम कार्मिक एवं सतर्कता विभाग ने नौकरशाही के विभागों में किए गए फेरबदल का आदेश जारी किया है।
अनु सचिव हनुमान प्रसाद तिवारी की ओर से जारी आदेश के तहत शासन में तैनात 24 आईएएस, चार पीसीएस और सचिवालय सेवा के दो अधिकारियों के विभागों को बदला गया है।
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से सैनिक कल्याण हटा दिया गया है। उनके विभागों में आयुक्त समाज कल्याण शामिल किया गया है। प्रमुख सचिव रमेश कुमार सुधांशु से खनन हटा दिया गया है। उन्हें ग्रामीण निर्माण (ग्रामीण अभियंत्र सेवा) का प्रभार दिया गया है। प्रमुख सचिव लालरिन लियना फैनई सैनिक कल्याण भी देखेंगे। सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम से महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा का प्रभार हटा दिया गया है।
उन्हें खनन का चार्ज दिया गया है। सचिव शैलेश बगौली परिवहन से मुक्त हो गए हैं। अब सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा परिवहन का प्रभार देखेंगे। डॉ. सिन्हा से कौशल विकास एवं सेवायोजन हटा दिया गया है। सचिव नितेश कुमार झा को भी हल्का किया गया है।
उन्हें सिंचाई व लघु सिंचाई के प्रभार से मुक्त कर दिया गया है। सचिव एसए मुरुगेशन सिंचाई व लघु सिंचाई का प्रभार देखेंगे। उनसे प्रबंधक निदेशक उत्तराखंड राज्य औद्योगिक विकास (सिडकुल) व महानिदेशक उद्योग का प्रभार हटाया गया है।
प्रभारी सचिव बृजेश कुमार संत को निदेशक खनन की जिम्मेदारी दी गई है। उनसे ग्रामीण निर्माण (ग्रामीण अभियंत्रण सेवा) का प्रभार ले लिया गया है। प्रभारी सचिव चंद्रेश कुमार यादव आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद का भी प्रभार देखेंगे।
प्रभारी सचिव डॉ. वी षणमुगम से सामान्य प्रशासन हटाकर उन्हें नियोजन व निदेशक ऑडिट का प्रभार दिया गया है। प्रभारी सचिव डॉ. नीरज खैरवाल निदेशक उरेडा का दायित्व भी देखेंगे। प्रभारी सचिव विनय शंकर पांडेय को महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा का भी प्रभार दिया गया है।