उत्तराखंड में कल (3 मई ) से चार धाम यात्रा शुरू हो गयी है. ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि ‘चारों धामों में दर्शन करने के लिए यात्रियों की संख्या का कोई निर्धारण नहीं किया गया है.
जो भी यात्री आना चाहें, आकर धामों के दर्शन कर सकते हैं. यात्रियों की भीड़ बढ़ने पर ही संख्या निर्धारण पर विचार किया जाएगा. गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ आज चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है.’
धामी ने आगे कहा कि ‘मैं श्रद्धालुओं का देवभूमि उत्तराखंड में स्वागत करता हूं. इस बार चारधाम यात्रा ऐतिहासिक होगी. यात्रा सरल और सुगम हो इसके लिए सरकार वचनबद्ध है.’
इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गंगोत्री धाम पंहुचे. उनकी मौजूदगी में तीर्थ पुरोहितों ने ठीक 11:15 पर गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले. इस मौके पर विधायक गंगोत्री सुरेश चौहान, डीजीपी अशोक कुमार, डीएम अभिषेक रूहेला, एसपी अपर्ण यदुवंशी, एसडीएम चतर सिंह चौहान, मीनाक्षी पटवाल, गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल, सुरेश सेमवाल, आदि मौजूद रहे.
जानकारी के लिए बता दें कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले शासन ने आदेश जारी कर चारों धामों में प्रतिदिन दर्शन के लिए तीर्थयात्रियों की संख्या तय कर दी थी. यमुनोत्री धाम में 4 हजार, गंगोत्री में 7 हजार, केदारनाथ में 12 हजार तथा बदरीनाथ में 15 हजार की संख्या तय की गई थी.
शासन के इस आदेश का पंडे-तीर्थ पुजारियों के अलावा रोटेशन से जुड़े टैक्सी-बस से जुड़े कारोबारियों, होटल, होम स्टे मालिकों व व्यापारियों ने कड़ा विरोध किया था. उसके बाद आप उत्तराखंड सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया है. जिससे तीर्थ यात्रियों को राहत मिली है.