उत्तर प्रदेश सरकार ने कानपुर से प्रयागराज तक 248 किलोमीटर लंबी जलमार्ग परियोजना का शुभारंभ किया है। इस परियोजना का उद्देश्य यमुना नदी के माध्यम से दोनों शहरों के बीच जल परिवहन को बढ़ावा देना है, जिससे मालवाहन के लिए नया रास्ता खुल सकेगा। इस जलमार्ग के विकास से न केवल व्यापार और वाणिज्य में वृद्धि होगी, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी फायदे होंगे, क्योंकि इससे सड़क यातायात में कमी आएगी और प्रदूषण में भी घटौती होगी।
यह परियोजना कालपी, जालौन जिले के पचनद से प्रारंभ होकर प्रयागराज तक जाएगी। यमुना नदी पर यह जलमार्ग अवसंरचना के विकास से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि पर्यटक इस मार्ग का उपयोग नई यात्रा अनुभव के रूप में करेंगे। जलमार्ग के संचालन से मालवाहन की लागत कम होगी, जिससे व्यापारिक गतिविधियां तेज होंगी।
यह जलमार्ग परियोजना उत्तर प्रदेश में जल परिवहन अवसंरचना को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जो राज्य के आर्थिक विकास और पर्यावरण संरक्षण में सहायक साबित होगा। इसके जरिए प्रदेश में परिवहन के नए तरीके की शुरुआत होगी, जो भविष्य में अन्य क्षेत्रों के लिए मॉडल बन सकता है।