अंतरिक्ष में बढ़ते खतरों के बीच, अमेरिकी स्पेस फोर्स ने अपनी रक्षा रणनीतियों की समीक्षा शुरू की है। हाल ही में, चीन द्वारा ‘किल मेष’ प्रणाली के विकास और ‘डॉगफाइटिंग’ जैसी जटिल उपग्रह गतिविधियों ने वैश्विक सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं।
चीन और रूस जैसे प्रतिद्वंद्वी देशों की बढ़ती अंतरिक्ष क्षमताओं के मद्देनजर, अमेरिकी स्पेस फोर्स ने अपनी रणनीतियों में बदलाव किया है। अब केवल अंतरिक्ष सेवाएं प्रदान करने के बजाय, यह सक्रिय रूप से काउंटरस्पेस क्षमताओं के खिलाफ रक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
इन चुनौतियों का सामना करने के लिए, स्पेस फोर्स ने ‘स्पेस सुपरियोरिटी’, ‘स्पेस डोमेन अवेयरनेस’ और ‘रेजिलिएंट कम्युनिकेशंस’ पर ध्यान केंद्रित किया है। साथ ही, वाणिज्यिक और सहयोगी साझेदारियों को बढ़ावा देने के लिए ‘गोल्डन डोम’ जैसी पहलों की शुरुआत की है।
अंतरिक्ष में बढ़ते सैन्यीकरण के कारण, वैश्विक सुरक्षा और स्थिरता पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए, अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए आवश्यक है कि वे अंतरिक्ष में व्यवहार के मानदंड स्थापित करें ताकि संभावित संघर्षों से बचा जा सके।