लखनऊ| यूपी के विभिन्न जनपदों में स्थित शत्रु संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी आवश्यक है. कतिपय स्थानों पर अतिक्रमण की भी सूचना है. ऐसे में सभी शत्रु संपत्तियों की अद्यतन स्थिति की रिपोर्ट तैयार की जाए.
मुख्यमंत्री योगी ने बुधवार को लखनऊ में समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि शत्रु संपत्ति को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए गृह विभाग की निगरानी में प्रदेशव्यापी कार्रवाई शुरू की जाए. शत्रु संपत्ति की सुरक्षा, निगरानी व प्रबंधन के लिए प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में तैनात किया जाए.
उन्होंने अन्तरराज्यीय/अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित गांवों को वाइब्रेंट बनाने के लिए हमें नियोजित प्रयास करने की आवश्यकता है. सीमावर्ती गांवों/जनपदों की सांस्कृतिक/ऐतिहासिक विरासतों की बेहतर ब्रांडिंग करते हुए यहां पर्यटन विकास की संभावनाओं को आकार दिया जाना चाहिए.
स्कूली बच्चों, एनसीसी, एनएसएस के कैडेट/स्वयंसेवकों को इन क्षेत्रों का भ्रमण कराये जाना चाहिए. इन क्षेत्रों में निवासरत सेवानिवृत्त सैन्य कर्मियों/अर्धसैनिक बलों के जवानों को सरहद के सिपाही के रूप में पहचान देते हुए यहां की व्यवस्था को सुचारू रखने में आवश्यकतानुसार सहयोग लिया जाना भी उचित होगा. सीमावर्ती जिलों में केंद्र व राज्य सरकार की जनहितकारी योजनाओं का 100 फीसद संतृप्तिकरण सुनिश्चित कराया जाए.