विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने लोकसभा में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचारों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाता है। उन्होंने फरवरी 2025 में पाकिस्तान में हिंदू, सिख, अहमदी और ईसाई समुदायों के खिलाफ हुई घटनाओं का उल्लेख किया, जिनमें अपहरण, बलात्कारी धर्मांतरण और पुलिस कार्रवाई शामिल हैं। जयशंकर ने पाकिस्तान को “कट्टरपंथी मानसिकता” वाला देश बताते हुए कहा कि भारत इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करता है, लेकिन पड़ोसी देश की मानसिकता में बदलाव लाना भारत के बस में नहीं है।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचारों के मुद्दे पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने लोकसभा में बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचारों पर कड़ी नजर रखता है और इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाता है। जयशंकर ने फरवरी 2025 में पाकिस्तान में हिंदू समुदाय के खिलाफ दस घटनाओं का हवाला दिया, जिनमें से सात अपहरण और बलात्कारी धर्मांतरण से संबंधित थीं। सिख समुदाय के खिलाफ तीन घटनाओं, अहमदी समुदाय के खिलाफ दो और एक ईसाई व्यक्ति के खिलाफ ब्लास्फेमी के आरोपों का भी उन्होंने उल्लेख किया।
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाता है, जहां पाकिस्तान पर अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचारों और मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए आलोचना की गई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर भारत की चिंता स्पष्ट है, लेकिन भारत अकेले इस मानसिकता में बदलाव नहीं ला सकता।