कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है, यहां की हरी-भरी वादियां देश और दुनिया भर के पर्यटकों को लुभाती रहीं हैं. ऐसे ही उत्तराखंड और हिमाचल में आध्यात्म के साथ पहाड़ों और नदियों के प्राकृतिक नजारे मन को सुकून देते हैं. तभी इन दोनों राज्यों को ‘देवभूमि’ भी कहा जाता है. उत्तराखंड में पर्यटन को नई पहचान देने के लिए सरकार ने 13 जिलों में थीम आधारित 13 नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन विकसित करने की योजना शुरू की है.
योजना का उद्देश्य प्रत्येक जिले में थीम आधारित पर्यटन विकास को बढ़ावा देकर पर्यटकों को उत्तराखंड के प्रति आकर्षित करना है. उत्तराखंड प्रमुख रूप से अपने तीर्थ स्थलों के लिए जाना जाता है. ये भारत के उत्तरी भाग में स्थित है और हर साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्री यहां आते हैं. उत्तराखंड हिमालय की गोद में बसा है. देहरादून, नैनीताल, हरिद्वार, ऋषिकेश इसके प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं. नैनीताल झील, बद्रीनाथ मंदिर, हर की पौड़ी चंडी देवी मंदिर, फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान, राजाजी राष्ट्रीय उद्यान, नैनी पीक, केदारनाथ मंदिर, राम झूला, लक्ष्मण झूला, केम्प्टी फॉल्स, जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क और ऐसे कई अन्य आकर्षण उत्तराखंड के अपने दौरे के दौरान पर्यटकों द्वारा अक्सर देखा जाता है.
वहीं हिमाचल में प्राकृतिक सुंदरता का भंडार है. यहां प्रकृति के बीच शांतिपूर्ण पल बिताने के लिए विदेशों से पर्यटक आते हैं. इसमें मनमोहक घाटियां हैं जो मनोरम दृश्य प्रस्तुत करती हैं. कुल्लू, मनाली, शिमला, मसूरी, चंबा, धर्मशाला, डलहौजी, कांगड़ा, कसौली, हमीरपुर, सोलन, ऊना और कुछ प्रमुख आकर्षणों में रोहतांग पास, सोलंग घाटी, कांगड़ा घाटी और जाखू शामिल हैं.
ऐसे ही जम्मू-कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है. इसमें कई खूबसूरत पर्यटक स्थल और आकर्षण हैं, जिनमें श्रीनगर, गुलमर्ग, उधमपुर, कुपवाड़ा, कारगिल, सोनमर्ग, , पहलगाम, आदि शामिल हैं। इसके साथ गोवा, पुडुचेरी, केरल, तमिलनाडु, अंडमान निकोबार, लक्ष्यदीप, दमन, राजस्थान, गुजरात, नॉर्थ ईस्ट, आगरा का ताजमहल, मुंबई आदि स्थानों पर सैलानियों की साल भर भीड़ रहती है. इसके अलावा धार्मिक दृष्टि से रामेश्वरम, वैष्णो देवी, तिरुपति बालाजी, वाराणसी, सारनाथ, मथुरा-वृंदावन और शिर्डी के साईं बाबा आदि ऐसे तीर्थ स्थल हैं, जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार