भारत समेत दुनिया भर में विश्व पर्यटन दिवस धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. हर साल 27 सितंबर को इस दिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. हमारा देश भी पर्यटन के क्षेत्र में दुनिया को आकर्षित करता रहा है. विदेशी सैलानियों के लिए भारत पसंदीदा जगह रही है. देश के सभी राज्यों में सैलानियों के लिए पर्यटन के क्षेत्र में देखने के लिए कुछ न कुछ जरूर है. भारत में पर्यटक पूरी दुनिया से आते हैं, कोई इतिहास समझने आता है तो कोई आध्यात्मिक शांति के लिए, किसी को प्रकृति भाती है तो किसी को यहां का वातावरण. भारत की सांस्कृतिक और सामाजिक विविधताएं और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर भूगोल उसे पर्यटन के रूप में भी समृद्ध बनाता है. ऊंचे पहाड़, पठार, रेगिस्तान, नदियां, समुद्री तट और हिमालय की तराई में फैला हुआ इलाका भारत की पर्यटन संपदा है. देश में मौजूद सांस्कृतिक विशेषताएं, विविध सभ्यताओं के ऐतिहासिक स्मृति चिह्न यहां के पर्यटन को भी विकसित करते हैं.
भारत में पर्यटन क्षेत्र कई हिस्सों में विभाजित है जैसे स्वास्थ्य पर्यटन, आध्यात्मिक पर्यटन, योग पर्यटन, रोमांच पर्यटन आदि ने सफलतापूर्वक बड़ी संख्या में दुनिया के हर हिस्से से पर्यटकों को आकर्षित किया है. कई पर्यटक इसकी सही कीमत के साथ आयुर्वेदिक, यूनानी और एलोपैथी जैसी चिकित्सा की विस्तारित शाखाओं के कारण अपने मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए भारत का विकल्प चुनते हैं. जबकि योग वर्तमान में पर्यटन का प्रभावशाली क्षेत्र साबित हुआ है जो भारत में पर्यटकों को पसंद आती है. देश में जब भी कोई उत्तर से दक्षिण की ओर यात्रा करता है, तो जातीयता, संस्कृति, विरासत आदि हर किलोमीटर के साथ बदलते रहते हैं. इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ परिदृश्य और समुद्री दृश्य देश को शेष एशियाई महाद्वीप से अलग बनाते हैं. बता दें कि विश्व पर्यटन दिवस 2019 का समारोह दिल्ली में हुआ था. भारत ने अपनी भौगोलिक विशेषताओं के कारण पहली बार विश्व पर्यटन दिवस की मेजबानी की थी। भारत अपनी विविधता के लिए प्रसिद्ध है और पर्यटकों को विभिन्न व्यंजनों, एडवेंचर प्लेसेस, संगीत, इतिहास, भाषाओं आदि की पेशकश करने की क्षमता रखता है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार