भले ही प्रशासन व कृषि मंडी समिति ने शहर में सब्जियों के दाम निर्धारित कर दिए हो। लेकिन, हकीकत यह है कि बाजार में आज भी मनमाने दामों पर सब्जियां बिक रही है। एक सप्ताह पूर्व 180 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर कहीं 250 तो कहीं 280 रुपये किलो तक बिक रहा है।
चौंकाने वाली बात तो यह है कि अन्य सब्जियों के दाम निर्धारित करने वाली सूची में कहीं टमाटर की कीमतों का कहीं जिक्र ही नहीं किया गया है। वर्षाकाल में सब्जी के दाम बढ़ने की बात कहकर सब्जी विक्रेता शहरवासियों की जेब पर डाका डाल रहे हैं। हालत यह है कि बाजार में प्रत्येक दुकान में सब्जी के मनमाने दाम चल रहे हैं।
लगातार बढ़ रही मनमानी के बाद दो दिन पहले प्रशासन व कृषि मंडी समिति ने सब्जियों के दाम निर्धारित किए। बाकायदा सब्जी विक्रेताओं को इन्हीं दामों पर सब्जी बेचने के सख्त निर्देश दिए गए। बावजूद इसके सब्जी विक्रेताओं की मनमानी कम नहीं हुई।
नजीबाबाद रोड निवासी सुदर्शन सिंह, राजीव कुमार, सीमा देवी ने बताया कि बाजार की कुछ दुकानों में भिंडी पचास तो कुछ में चालीस रुपये किग्रा बिक रही है। लौकी भी तीस से पचास रुपए के बीच में बिक रही है। प्याज, आलू सहित अन्य सब्जियों के भी मनमाने दाव वसूले जा रहे हैं।