भारतीय भाला फेंक एथलीट सुमित अंतिल ने टोक्यो पैरालंपिक 2020 में इतिहास रच दिया. हरियाणा में सोनीपत के गांव खेवड़ा के लाल ने अपने कमाल के प्रदर्शन से टोक्यो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर सोमवार को इतिहास रचा. इसके साथ उन्होंने पुरे विश्व में भारत का नाम रोशन करा.
पहली बार पैरालंपिक खेलों में खेलते हुए सुमित ने जेवलिन थ्रो के F-64 इवेंट के अपने दूसरे प्रयास में 68.08 मीटर का थ्रो किया और विश्व रिकॉर्ड बना डाला. इसके बाद उन्होंने अपने पांचवें प्रयास में इसे और सुधारा और 68.55 मीटर के थ्रो के साथ विश्व रिकॉर्ड कायम किया.
सुमित ने अपने पहले प्रयास में 66.95 मीटर दूर भाला फेंका जो भी एक रिकॉर्ड है. तीसरे प्रयास में 65.27, चौथे प्रयास में 66.71 और 5वें प्रयास में सुमित ने 68.55 मीटर का थ्रो किया. ऑस्ट्रेलिया के माइकल बरियन ने 66.29 मीटर थ्रो की बदौलत सिल्वर मेडल जीता. श्रीलंका के दुलन कोडिथुवक्कू ने 65.61 मीटर के थ्रो के साथ ब्रॉन्ज जीता. इसी इवेंट के F-44 क्लास में भारत के ही संदीप चौथे स्थान पर रहे जिन्होंने सीजन का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 62.20 मीटर का थ्रो किया.
SPEECHLESS 🤩
— #Tokyo2020 for India (@Tokyo2020hi) August 30, 2021
🔥 Sumit Antil sets a WR with his first 66.95m throw!
🔥 Breaks his OWN WR with his second 68.08m attempt!
🔥 Breaks it yet AGAIN in his 5th attempt with 68.55m
🔥 Wins the Men's Javelin F64 #Gold for #IND! #Tokyo2020 #Paralympics #ParaAthletics pic.twitter.com/q3Nl2m1dLM