इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन पर कांग्रेस पार्टी को मजा नहीं आया। पीएम मोदी मंगलवार रात 8:45 पर जब अपने संबोधन की तैयारी कर रहे थे उससे एक घंटे पहले ही ‘राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम करने के लिए कहा, राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि भारत ऑक्सीजन के लिए हांफ रहा है’ ।
वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि मोदी के ‘ज्ञान’ का सार यह था कि उनके बस का कुछ नहीं है और लोग अपनी जान की रक्षा खुद करें। ऐसे ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ‘मनीष तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण का सार यह है, लोगों की अपनी जिम्मेदारी खुद की है।
अगर आप इससे पार पा लेते हैं तो किसी उत्सव और महोत्सव में जरूर मिलेंगे। तब तक के लिए शुभकामनाएं। ईश्वर आपकी रक्षा करे’। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने कहा कि पीएम ने कहा है कि लॉकडाउन राज्यों के लिए अंतिम विकल्प होना चाहिए, लेकिन देश की विभिन्न अदालतों ने लॉकडाउन के निर्देश दिए हैं।
‘नवाब मलिक ने कहा कि लोगों को उम्मीद थी कि प्रवासी श्रमिकों-गरीबों, छोटे व्यापारियों के लिए पीएम द्वारा एक राहत पैकेज की घोषणा की जाएगी’। ऐसे ही पंजाब और छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकारें भी लॉकडाउन लगाने को लेकर पीएम मोदी की अपील के बाद असमंजस की स्थिति में है ।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को कहा था कि कोरोना की दूसरी लहर ‘तूफान’ बनकर आई है। हालांकि उन्होंने राज्यों को यह भी सलाह दी कि कोरोना से मुकाबले के लिए लॉकडाउन लगाने का फैसला अंतिम रखा जाए। फिलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रव्यापी और राज्य सरकारों से लॉकडाउन न लगाने की अपील की है लेकिन देश में कोरोना की रफ्तार यही रही तो केंद्र इसी महीने के आखिरी में ‘बड़ा निर्णय’ भी ले सकती है?
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव 29 अप्रैल को खत्म हो रहे हैं। इसके तुरंत बाद सरकार कुछ ऐसे फैसले लागू करना चाहती है, जिससे कोरोना काबू में आए और अर्थव्यवस्था भी न बिगड़े।