गुटीय राजनीति से जूझ रही कांग्रेस को एकजुट रखने के लिए हाईकमान ने 13 सदस्यीय को-ऑर्डिनेशन कमेटी बना दी। प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की अध्यक्षता में गठित इस कमेटी में पूर्व सीएम हरीश रावत का दबदबा साफ नजर आ रहा है। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के समर्थकों की संख्या अपेक्षाकृत कम है। यह बात दीगर है कि उन्हें प्रभारी का वरदहस्त शुरू से मिला हुआ है।
राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कमेटी की घोषणा की। इस कमेटी में 13 नेताओं को जगह दी गई। इनमें प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश, पूर्व सीएम हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, सांसद प्रदीप टम्टा, मंगलौर के विधायक काजी निजामुद्दीन, विधायक दल के उपनेता करन माहरा, पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी को रखा गया।
यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस, एनएसयूआई एवं सेवादल अध्यक्ष स्थायी आमंत्रित सदस्य के रूप में रहेंगे। गुटीय संतुलन के लिहाज से रावत का पलड़ा भारी है। टम्टा और माहरा को रावत समर्थक माना जाता है। किसी वक्त रावत से 36 का आंकड़ा रखने वाले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की नजदीकी भी इन दिनों रावत कैंप के साथ है। स्थायी आमंत्रित सदस्यों में सेवादल के अध्यक्ष राजेश रस्तोगी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्य, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी की नजदीकियां भी रावत कैंप से मानी जाती हैं।
राष्ट्रीय सचिव का ओहदा मिलने के बाद से निजामुद्दीन दोनों गुटीय क्षत्रपों से बराबर की दूरी बनाकर चल रहे हैं। हालांकि, उन्हें प्रदेश प्रभारी का करीबी माना जाता है। पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी भी की भी दोनों गुटों से कभी नहीं बनी। काजी और प्रकाश की निष्ठा प्रदेश प्रभारी के प्रति ज्यादा है। जबकि, प्रीतम समर्थक के रूप में इंदिरा ही कमेटी में हैं।
शिल्पी सोशल मीडिया विभाग की अध्यक्ष
कांग्रेस प्रदेश कार्यकारिणी में विशेष आमंत्रित सदस्य शिल्पी अरोड़ा को सोशल मीडिया विभाग की प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केवी वेणुगोपाल ने गुरूवार को शिल्पी की नियुक्ति के आदेश दिए।
हरीश रावत विचार मंच भी दिखा चुका है तेवर
पूर्व सीएम हरीश रावत के खिलाफ टिप्पणी करने पर हरीश रावत विचार मंच के कार्यकर्ता पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के खिलाफ भी मोर्चा खोल चुके हैं। अभी कुछ दिन पहले ही मंच अध्यख गुल मोहम्मद समेत कई प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम के घर जाकर उनसे विरोध जता चुके हैं। उन्होंने रणजीत पर कार्रवाई न होने पर राजीव भवन में धरना देने की चेतावनी भी दी थी। हालांकि प्रीतम के तल्ख तेवर देख मंच के कार्यकर्ता फिर नजर नहीं आए।