कोरोना वायरस ने दुनियाभर में लाखों लोगों की जान ले ली है लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल सका कि आखिरकार यह वायरस इंसानों में कहां से आया। कुछ ऐक्सपर्ट्स यह भी कहते आए हैं कि कोरोना वायरस चीन के वुहान में मौजूक रिसर्च लैबोरेटरी से निकला और दुनियाभर में फैल गया। अब इसी लैब में विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम जांच के लिए पहुंची है।
बुधवार सुबह करीब साढ़े 9 बजे WHO वायरस एक्सपर्ट पीटर बेन एंबैरेक वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पहुंचे।
टीम के अन्य सदस्य ने वुहान की लैब पहुंचने पर कहा, ‘उम्मीद है आज का दिन अच्छा होगा और कुछ ठोस हाथ लगेगा। हम यहां कई मुख्य लोगों से मिलेंगे और वे सभी जरूरी सवाल पूछेंगे जो पूछे जाने चाहिए।’
साल 2019 में कोरोना का पहला मामला सामने आने के बाद से ही वुहान की यह लैब शक के घेरे में रही है। कई वैज्ञानिकों ने यह अंदेशा जताया था कि लैब में एक्सपेरिमेंट के लिए लाए गए जंगली जानवरों से कोरोना वायरस मानव शरीर में गया।
कुछ वैज्ञानिकों ने तो चीन को इस लैब में अध्ययन किए गए सभी कोरोना वायरस सैंपलों के डेटा जारी करने को भी कहा ताकि यह पता लगाया जा सके कि इनमें से कौन सा वायरस SARS-CoV-2 से सबसे ज्यादा मेल खाता है।
बता दें कि इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेषज्ञों ने रविवार को वुहान के हुनान ‘सीफूड मार्केट’ का दौरा भी किया था। इस मांस बाजार को भी वायरस का स्रोत माना जाता है। आशंका जताई जा रही है कि वर्ष 2019 के अंत में वुहान के इसी मांस बाजार से सबसे पहले कोरोना वायरस का प्रसार इंसान में हुआ था।