एक तरफ जहां भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने मुश्किल पैदा कर दी है। वहीं दो पड़ोसी देशों नेपाल और भूटान में भी संक्रमण का कहर देखने को मिलने लगा है।
नेपाल में मंगलवार को रिकॉर्ड 7660 नए मामले आए। जबकि 55 और लोगों की मौत हो गई। काठमांडू में हालात इतने खराब हैं कि श्मशान में जगह नहीं है और सेना को खुले में कोरोना मरीजों का अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है।
नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दुनियाभर के देशों से तुरंत लाखों खुराक वैक्सीन देने की अपील की है। साथ ही कोरोना महामारी के संकट को असहनीय बताया है। नेपाल में इस वक्त अस्पताल कोरोना मरीजों से भरे हुए हैं और ऑक्सीजन सप्लाई की जबरदस्त कमी है। लोगों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर नहीं मिल रहे हैं।
वहीं भूटान में भी पिछले एक महीने में कोरोना के मामलों में 909 फीसदी का उछाल आया है।
कई विकासशील देश भी चपेट में
भारत कोरोना की जबरदस्त चपेट में भले हो, लेकिन उसके अलावा भी कई ऐसे विकासशील देश हैं जहां पिछले कुछ दिनों से संक्रमण बड़ी तेजी से फैल रहा है। इनमें लाओस, थाईलैंड, कंबोडिया, फिजी, त्रिनिदाद एंड टोबैगो और सूरीनाम जैसे देश हैं।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, लाओस में सिर्फ एक सप्ताह के भीतर कोरोना के नए मामले 200 गुना से ज्यादा बढ़ गए हैं। देश के स्वास्थ्य मंत्री ने मेडिकल उपकरणों के लिए मदद मांगी है।
कुछ ऐसी ही हालात थाईलैंड में भी बने हुए हैं जहां करीब 98 प्रतिशत केस कोरोना के नए संक्रामक स्ट्रेन के हैं. माना जा रहा है कि ये संक्रामक स्ट्रेन देश में कोरोना मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि कर सकता है।