कोरोना महामारी के साथ साथ डायबिटीज के मामले भी अब तेजी से बढ़ने लगे हैं. सबसे ज्यादा मामले टाइप 2 डायबिटीज के सामने आ रहे हैं. अमेरिका में हुई स्टडी से यह पता चला है कि अमेरिका में तेजी से डायबिटीज के मामले बढ़ रहे हैं. जिसके चलते अमेरिका में अब ओवरवेट लोगों में टाइप 2 डायबिटीज और ब्लड में हाई शुगर लेवल की टेस्टिंग 35 साल की उम्र से ही शुरू कर दी जाएगी. जो पहले 40 साल की उम्र में किया जाता था. यूनाइटेड स्टेट्स प्रिवेंटिव सर्विसेज टास्क फोर्स ने कहा कि कम उम्र में टेस्टिंग हो जाने से मोटापे से परेशान लोगों को सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम्स से बचाया जा सकता है.
टास्क फोर्स ने आगे कहा कि हेल्थ केयर प्रोवाइडर को 35 साल से पहले भी उन लोगों की टेस्टिंग करनी चाहिए जिनमें डायबिटीज होने की संभावना ज्यादा है. इसके अलावा 70 साल की उम्र तक हर साल 3 साल में टेस्ट कराएं.
डायबिटीज मरीजों में कोरोना संक्रमण के साथ ही मौत का रिस्क भी बहुत ज्यादा बढ़ जाता है.