हिजाब पर सवाल तो चूड़ी और क्रॉस पहनने वाली लड़कियों को छूट क्यों? पढ़े क्या है पूरा मामला

हिजाब विवाद को लेकर कर्नाटक हाई कोर्ट में आज की सुनवाई पूरी हो चुकी है. बता दें कि मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश ऋतुराज अवस्थी की अध्यक्षता वाली पीठ कर रही है.

सुनवाई के दौरान मुस्लिम छात्राओं का पक्ष रख रहे वकील ने पक्षपात का आरोप लगाया. वकील ने कहा कि ‘आखिर सरकार अकेले हिजाब को ही क्यों मुद्दा बना रही है. उन्होंने कहा कि स्कूल और कॉलेजों में हिंदू लड़कियां चूड़ी पहनती हैं, जबकि ईसाई लड़कियां क्रॉस पहनती हैं. आखिर उन्हें क्यों नहीं संस्थानों से बाहर भेजा जा रहा है. सरकारी आदेश में किसी अन्य धार्मिक प्रतीक की बात नहीं की गई है. आखिर हिजाब ही क्यों? क्या यह उनके मजहब के चलते ही नहीं है. मुस्लिम लड़कियों से भेदभाव पूरी तरह मजहब पर ही आधारित है. हिजाब विवाद को लेकर बुधवार की सुनवाई पूरी हो गई है. अब फिर कल ढाई बजे हाई कोर्ट में फिर से सुनवाई होगी.

मुख्य समाचार

नीतीश कुमार ने एनडीए को दिया झटका, इस राज्य सरकार से लिया समर्थन वापस

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता...

राष्ट्रीय खेलः स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करेंगी 141 टीमें

38 वें राष्ट्रीय खेल के दौरान खिलाड़ियों और मेहमानों...

RG KAR Rape Case: पश्चिम बंगाल की ममता सरकार का बड़ा कदम, खटखटाया हाईकोर्ट का दरवाजा

कोलकाता डॉक्टर रेप एंड मर्डर केस में पश्चिम बंगाल...

जम्मू-कश्मीर: राजौरी जिले का बुधाल गांव कंटेनमेंट जोन घोषित, जानिए कारण

जम्मू| जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में 17 रहस्यमय मौतों...

Topics

More

    नीतीश कुमार ने एनडीए को दिया झटका, इस राज्य सरकार से लिया समर्थन वापस

    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता...

    राष्ट्रीय खेलः स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करेंगी 141 टीमें

    38 वें राष्ट्रीय खेल के दौरान खिलाड़ियों और मेहमानों...

    जम्मू-कश्मीर: राजौरी जिले का बुधाल गांव कंटेनमेंट जोन घोषित, जानिए कारण

    जम्मू| जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में 17 रहस्यमय मौतों...

    राशिफल 22-01-2025: आज क्या कहते है आपके सितारे, जानिए

    मेष- आनंददायक जीवन गुजारेंगे. नौकरी-चाकरी की स्थिति बहुत अच्छी...

    पीएम सूर्य घर योजना के लिए यूपीसीएल को मिला पुरस्कार

    पीएम सूर्यधर योजना में लगातार चौथे साल उल्लेखनीय प्रदर्शन...

    Related Articles