पुरोला से नाबालिग लड़की को भगाने के प्रयास और समुदाय विशेष के पलायन का मामला प्रधानमंत्री के पास पहुंच गया है। उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा, कुछ लोग मामले को सांप्रदायिक रंग देकर 70 साल से उत्तरकाशी में रहे लोगों को निशाना बना रहे हैं।
आयोग की ओर से लिखे पत्र में कहा गया है, उत्तरकाशी से समुदाय विशेष के लोगों ने आयोग को इससे संबंधित प्रार्थना पत्र, फोटो और वीडियो भेजे हैं। भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे के जिलाध्यक्ष को भी दुकान व मकान खाली कर उत्तरकाशी से जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। लगभग 45 दुकानों में तोड़ फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं। जिसके बाद से समुदाय विशेष के लोग डर व खौफ में हैं।
आयोग के उपाध्यक्ष मजहर नईम नवाब ने कहा दुख के साथ बताना पड़ रहा है, हमारी स्थिति अपने समाज में भी दयनीय है और भाजपा में भी। आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा पुरोला से समुदाय विशेष के लोगों को पलायन करने से रोका जाए। उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए। अपराध करने वालों को बख्शा न जाए, लेकिन अपराध की आड़ में निर्देशों के साथ अन्याय न हो। सोशल मीडिया के माध्यम से गलत पोस्ट डालने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए।