उत्तराखंड की बागडोर एक बार फिर से संभालने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. उन्होंने अपने उत्तराखंड के मदरसों पर फोकस कर उनको एडवांस बनाने का निर्णय लिया है. जैसा कि हमे पता है मदरसों का एजुकेशन सिस्टम केवल इस्लाम के विषयों पर ही आधारित है. ऐसे में मुख्यमंत्री उत्तराखंड के मदरसों को एडवांस बनाने की तैयारियों में जुट गए हैं. यहां पर मुस्लिम बच्चों को अरबी और फारसी में पारंपरिक स्कूली शिक्षा दी जाती है.
मुख्यमंत्री ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि मदरसों को आधुनिक बनाया जाएगा और इसी बारे में सरकार सोच विचार कर रही है. उन्होंने बताया कि मदरसों को आधुनिक बनाने के लिए उन्होंने विश्लेषण भी किया है. उत्तराखंड में करीब 14 फीसदी मुस्लिम आबादी है और वहां करीब 420 मदरसे ऐसे हैं जो कि रजिस्टर्ड हैं. लेकिन बिना रजिस्ट्रेशन के आखिर कितने मदरसे चल रहे हैं इसका कोई डाटा नहीं है. ऐसे में इस नई पहल से सभी अवैध रूप से चल रहे मदरसों के आंकड़े भी सामने आएंगे.
बीजेपी में मुस्लिम नेता शादाब शम्स का कहना है कि मदरसा चलाने वालों ने भी इस अनोखी पहल का स्वागत किया है. मुख्यमंत्री के इस फैसले का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को मदरसा बोर्ड को भी मान्यता देनी चाहिए.