बता दें कि साल 2019 में केंद्र की सत्ता में मोदी सरकार की वापसी के बाद यह दूसरा ऐसा स्टेशन है, जिसे आलीशान तरीके से बनाया गया है. इससे पहले गुजरात का गांधीनगर था. ऐसे ही हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर अब यात्रियों को शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, हॉस्पिटल, मॉल, स्मार्ट पार्किंग, हाई सिक्योरिटी समेत कई आधुनिक सुविधाएं मिलने जा रही है.
हबीबगंज देश में पहला आईएसओ-9001 सर्टिफाइड रेलवे स्टेशन है. यह स्टेशन भारत की पहली सर्टिफाइड ट्रेन शान-ए-भोपाल एक्सप्रेस का हेडक्वार्टर भी है. यहां कई बड़ी ट्रेनों का स्टॉपेज है. रेलवे प्लेटफॉर्म तक पहुंचने वाले यात्री स्टेशन पर एस्केलेटर या लिफ्ट के जरिये आसानी से पहुंच सकते हैं. हबीबगंज रेलवे स्टेशन सार्वजनिक निजी साझेदारी के तहत बना देश का पहला मॉडल स्टेशन है.
हबीबगंज स्टेशन में प्रवेश का अलग मार्ग होगा और बाहर निकलने का अलग. स्टेशन पर एयर कॉनकोर बनाया गया है जिसमें 700 यात्री एक साथ बैठकर ट्रेन का इंतजार कर सकते हैं. इस स्टेशन पर फूड रेस्टोरेंट, एसी वेटिंग रूम से लेकर रिटायरिंग रूम और डॉरमेट्री समेत वीआईपी लाउंज भी बनाया गया है. सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए स्टेशन पर लगभग 160 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, जो स्टेशन के अंदर और बाहर 24 घंटे नजर रखेंगे. हबीबगंज स्टेशन पर 70-80 अप-डाउन ट्रेन ठहरती है, जिनसे रोजाना हजारों लोग आते-जाते हैं. हबीबगंज रेलवे स्टेशन में प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति की झलक दिखेगी.
स्टेशन के मुख्य द्वार एवं प्रतीक्षालय में मध्यप्रदेश के पर्यटन एवं दर्शनीय स्थलों भोपाल शहर और भोपाल के आसपास जैसे भोजपुर मंदिर, सांची स्तूप, भीम बैठिका, बिड़ला मंदिर, सांकाश्यामजी, वीआईपी रोड, तवा डेम, जनजातीय संग्रहालय आदि स्थलों के चित्र प्रदर्शित किए जाएंगे.