केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सरकार की कड़ी नीति की सराहना करते हुए कहा कि अब मारे गए आतंकवादियों को मुठभेड़ स्थलों पर ही दफनाया जाता है, जिससे उनकी महिमा बढ़ाने की प्रथा समाप्त हो गई है।उन्होंने आरोप लगाया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) और कांग्रेस जैसे परिवारवादी दल आतंकवाद को बढ़ावा देने में जिम्मेदार हैं, जबकि भाजपा ने इसे जड़ से समाप्त करने का काम किया है।
अमित शाह ने कहा, “जो कोई भी जम्मू और कश्मीर में आतंक फैलाएगा, उसे फांसी की सजा दी जाएगी।” उन्होंने अफजल गुरु की फांसी का समर्थन करते हुए विपक्षी दलों पर उन्हें शहीद बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
गृह मंत्री ने यह भी दावा किया कि भाजपा सरकार ने अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करके श्यामा प्रसाद मुखर्जी का सपना पूरा किया, जिससे राज्य में आतंकवाद पर काबू पाया गया है।
इसके अतिरिक्त, सरकार ने जम्मात-ए-इस्लामी जम्मू और कश्मीर पर 2019 में पांच वर्षों के लिए प्रतिबंध लगाया था, जिसे फरवरी 2024 में और पांच वर्षों के लिए बढ़ा दिया गया, यह दर्शाता है कि सरकार आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है।