केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में राज्यसभा में बयान देते हुए कहा कि मोदी सरकार के तहत जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद में 70 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने बताया कि 2004 से 2014 के बीच जम्मू और कश्मीर में 7,217 आतंकवादी घटनाएं हुई थीं, जबकि 2014 से 2024 तक यह संख्या घटकर 2,242 रह गई।
अमित शाह ने मोदी सरकार की ‘शून्य सहिष्णुता’ नीति को आतंकवाद पर नियंत्रण में एक महत्वपूर्ण कारक बताया। उन्होंने कहा कि इस नीति के तहत आतंकवादी गतिविधियों को पूरी तरह से नष्ट करने का प्रयास किया गया है। शाह ने यह भी उल्लेख किया कि जम्मू और कश्मीर में स्थानीय लोगों का आतंकवादियों से जुड़ाव कम हो गया है, जिससे क्षेत्र में शांति स्थापित हुई है।
गृह मंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद जम्मू और कश्मीर के पूर्ण एकीकरण की दिशा में उठाए गए कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि अब कश्मीर में सिनेमा हॉल शाम के समय खुले रहते हैं, और मुहर्रम जुलूस शांतिपूर्वक निकलते हैं, जो पहले असंभव प्रतीत होते थे। इस बदलाव से यह स्पष्ट है कि मोदी सरकार के प्रयासों से जम्मू और कश्मीर में स्थिरता आई है।