राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ नेता कल्लाडका प्रभाकर भट ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे धर्मनिरपेक्ष देश है और यह शांति और सद्भाव की भूमि है. शैक्षणिक संस्थानों द्वारा निर्धारित ड्रेस पहनने से इनकार करने वाले छात्रों की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि अगर वे यहां के नियमों का पालन नहीं कर सकते हैं तो उन्हें देश छोड़ देना चाहिए.
वह बुधवार शाम मंगलगंगोत्री परिसर में मैंगलोर विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर छात्र परिषद का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भारत ने सभी को धार्मिक स्वतंत्रता की पेशकश की है और इसने सभी धर्मों के लोगों को स्वीकार किया है. उन्होंने कहा कि भारत का एक समृद्ध इतिहास है और मुगल राजा उस इतिहास का हिस्सा नहीं थे. उन्होंने मुगल बादशाह अकबर के खिलाफ कुछ आलोचनात्मक टिप्पणी भी की.