राज्य में उच्च शिक्षण संस्थान मंगलवार से खुल जाएंगे। सोमवार को विश्वविद्यालय ओर कालेज खोलने की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने प्रथम चरण में यूपी व पीजी के प्रथम और अंतिम सेमेस्टर की प्रैक्टिकल वाली कक्षाओं को शुरू करने का निर्णय किया है। कोरोना गाइड लाइन अनुसार ही शिक्षकों और छात्रों को स्कूल कॉलेज में एंट्री दी जाएगी।
उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. कुमकुम के अनुसार सभी विवि-कालेज को शासन की ओर से जारी एसओपी को दिया जा चुका है। सभी को सख्त निर्देश हैं कि कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी मानकों का सख्ती से पालन किया जाए। कोरोना महामारी की वजह से सरकार ने एहतियातन मार्च में सभी शैक्षिक संस्थानों को बंद कर दिया था।
विभिन्न सेक्टर में बढ़ती रियायतों को देखते हुए सरकार ने पिछले महीने दो नवंबर को माध्यमिक स्तर पर 10 और 12 वीं की कक्षाओं को शुरू करने की अनुमति दे दी है। उच्च शिक्षा स्तर पर भी कालेजों को खोलने की मांग की जा रही थी। पिछल दिनों कैबिनेट में सर्वसम्मति से 15 दिसंबर से स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर पहले और अंतिम सेमेस्टर की प्रैक्टिकल वाली कक्षाओं को खोलने को निर्णय किया गया था।
ये मानक लागू:
- छात्र को अपने अभिभावक की अनुमति बिना नहीं आ सकते
- बिना मास्क के लिए कालेज परिसर में अनुमति नहीं, परिचय पत्र भी होगा जरूरी
- सामाजिक दूरी का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा, एक सीट छोड़कर बैठना होगा
- किसी शिक्षक-कर्मचारी-छात्र के संक्रमित पाए जाने पर तत्काल देनी होगी सूचना
- प्रैक्टिकल विषय वाले छात्र ही आएंगे, बाकी की ऑनलाइन पढ़ाई रहेगी जारी
- किसी विषय में छात्र संख्या 50 से ज्यादा होने पर दो पालियों में होगी पढाई
सभी कालेज को एसओपी भेजते हुए अपने स्तर पर कार्ययोजना बनाने के आदेश दिए जा चुके हैं। कालेजों ने तैयारियों केा अंतिम रूप दे दिया है। मंगलवार से कक्षाएं शुरू हो जाएगी।