देहरादून की सड़के अब ‘दुर्घटना जोन’ बन गए हैं. यहाँ आये दिन लोगो को आगमन में हो रही दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पिछले दिन बलबीर रोड पर हुई दुर्घटना के बाद जिलाधिकारी ने अपर जिला मजिस्ट्रेट को मामले की मजिस्ट्रेटी जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी. जिसमे उन्होंने बताया कि 18 सितंबर को घटनास्थल का स्थलीय निरीक्षण किया गया और जल संस्थान, पीडब्ल्यूडी, स्मार्ट सिटी के अधिकारी, प्रतिनिधि और कांट्रेक्टर फर्म मै. आरजी गुरुनाम कंपनी के प्रतिनिधि, विधायक खजान दास व अन्य से दुर्घटना के संबंध में विस्तार से जानकारी ली. जानकारी से पता चला की कांट्रेक्टर कंपनी ने मानकों के अनुसार काम नहीं किया है और सड़कों की खोदाई की और उन्हें समय से ठीक भी नहीं किया. कई गड्ढ़े होने के बावजूद सड़क पर बैरिकेडिंग भी नहीं की गई. जिसके कारण 10 लोग घायल हुए.
इसकें बाद सड़क खोदकर ठीक न करने पर जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने स्मार्ट सिटी कांट्रेक्टर पर तीन लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. इसमें से एक लाख की राशि कांट्रेक्टर को जिलाधिकारी देहरादून के खाते में जमा करानी होगी. वहीं, दो लाख रुपये गड्ढों के कारण हुई दुर्घटना में घायल शारदानंद उनियाल को देने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि शारदानंद उनियाल भी दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए और उनके दोनों हाथ फ्रैक्चर हो गए.
जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने कहा कि राजधानी में कई सड़कों की हालत खराब है. कई सड़कों को पेयजल और सीवर लाइन बिछाने के लिए खोदा गया था लेकिन उनकी ठीक से मरम्मत नहीं हुई है.
जिलाधिकारी ने स्मार्ट सिटी परियोजना से जुड़े सभी कांट्रेक्टर को दो दिनों के भीतर गड्ढ़े भरने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि गड्ढ़े भरने में किसी भी तरह की लापरवाही की गई तो कांट्रेक्टर कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा.