11 अप्रैल 2025 को भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखी गई, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अधिकांश देशों पर प्रस्तावित उच्च टैरिफ को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया। इस फैसले से वैश्विक व्यापार तनाव में राहत मिली, जिससे निवेशकों का मनोबल बढ़ा।
बीएसई सेंसेक्स 1.68% या 1,400 अंकों की बढ़त के साथ 75,084.98 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 1.78% की वृद्धि के साथ 22,798.20 पर पहुंच गया। बाजार में यह तेजी मुख्य रूप से वित्तीय और धातु क्षेत्रों के शेयरों के कारण आई, जहां एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में 2% से अधिक की वृद्धि हुई। धातु क्षेत्र में टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के शेयरों में 3.9% से 4.2% तक की बढ़ोतरी देखी गई।
हालांकि, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयरों में चौथी तिमाही के कमजोर परिणामों के कारण अपेक्षित प्रदर्शन नहीं दिखा। निवेश फर्म जेफरीज ने भारत की पोर्टफोलियो वेटिंग को 2 प्रतिशत अंक बढ़ाकर “ओवरवेट” किया है, जो देश की अमेरिका और चीन पर कम निर्भरता, घटते तेल मूल्य और भारतीय रिजर्व बैंक की विकासोन्मुख नीतियों को दर्शाता है।
विश्लेषकों का मानना है कि वर्तमान मूल्यांकन आकर्षक हैं, जिससे मध्यम अवधि में बाजार में और वृद्धि की संभावना है, हालांकि वैश्विक व्यापार नीतियों में बदलाव के कारण अस्थिरता बनी रह सकती है।