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गाजीपुर बॉर्डर पर धारा 144 लगाई गई- वज्र वाहन भी पहुंचे, किसानों पर पुलिस लेने जा रही है एक्शन?

किसान नेता राकेश टिकैत
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ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला और विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा के बाद किसानों के आंदोलन को लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। नए कृषि कानूनों के विरोध में करीब दो महीनों ने यूपी गेट और गाजीपुर बॉर्डर डेरा डालकर बैठे किसानों को हटाने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है।

इसके लिए धरनास्थलों के बिजली-पानी काटकर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की बढ़ी तादाद को देखकर किसान आशंकित दिख रहे हैं। वहीं, राकेश टिकैत के भाषण में बल पूर्वक हटाए जाने का डर दिख रहा है।

किसान नेता आगे की रणनीति को लेकर आपस में बैठक कर रहे हैं। 

दिल्ली पुलिस ने बताया कि 26 जनवरी को हिंसा में शामिल होने और कानूनों का उल्लंघन करने के कारण बुराड़ी के डीडीए ग्राउंड से लगभग 30 किसान सिंघु बॉर्डर की ओर चले गए हैं और लगभग 15 अन्य किसानों को हिरासत में लिया गया है। बुराड़ी का मैदान खाली कराया जा रहा है। 

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