सात महीने के अंदर होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तराखंड की धामी सरकार ने रफ्तार पकड़ ली है. विकास कार्यों को गति देने में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह स्वयं मैदान में उतर आए हैं.
धामी को अभी कमान संभाले 2 दिन हुए हैं लेकिन तेजी से फैसले लेने में जुट गए हैं. अब मुख्यमंत्री के नए चीफ सेक्रेटरी का साथ भी मिल गया है. सोमवार, ओमप्रकाश को मुख्य सचिव के पद से हटा दिया था.
मंगलवार को दिल्ली से आकर 1988 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुखबीर सिंह संधू ने राज्य के 17वें चीफ सेक्रेटरी का पदभार ग्रहण कर लिया है. मुख्य सचिव का कार्यभार संभालने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए संधू ने अपने इरादे भी जाहिर कर दिए. उन्होंने कहा राज्य में अब तेजी के साथ विकास कार्य होंगे.
आगे कहा कि चारधाम ऑल वेदर रोड पर काम तेजी से चल रहा है और सोमवार को जब मैं दिल्ली से देहरादून आया था तब मुझे 3:30 घंटे लगे, उन्होंने आगे कहा कि हाईवे का काम तेजी से पूरा हो रहा है. जल्द ही देहरादून से दिल्ली दो घंटे में जा सकेंगे अभी तक संधू केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर थे.
वे अक्तूबर 2019 में एनएचआई के चेयरमैन बने, जनवरी 21 तक उनका कार्यकाल था. केंद्र सरकार ने 31 जुलाई 2021 तक का सेवा विस्तार दे दिया था. मंगलवार को ही मुख्यमंत्री धामी ने अपने मंत्रियों को जिलेवार जिम्मेदारी भी दे दी है.
बता दें कि सतपाल महाराज को रुद्रप्रयाग और चमोली, हरक सिंह रावत को टिहरी, बंशीधर भगत को देहरादून, यशपाल आर्य को नैनीताल, विशन सिंह चुफाल को अल्मोड़ा, सुबोध उनियाल को पौड़ी, अरविंद पांडे को चंपावत व पिथौरागढ़, गणेश जोशी को उत्तरकाशी, धन सिंह रावत को हरिद्वार, रेखा आर्य को बागेश्वर और स्वामी यतीश्वरानंद को ऊधमसिंह नगर का जिम्मा सौंपा गया है.
अभी फिलहाल इन मंत्रियों को विभागों का बंटवारा नहीं किया गया है लेकिन आगामी दिनों में मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी.