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सुरक्षा अभियान: आज से देश में 15 से 18 साल के बच्चों को भी कोरोना टीका लगाने की हुई शुरुआत

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कोरोना के नए वैरीएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामले और तीसरी लहर की आहट के बीच आज से देशभर में 15 से 18 साल के बच्चों को टीका लगाने की शुरुआत हो रही है. यहां हम आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद बच्चों के टीके लगाने के लिए केंद्र सरकार ने तैयारी शुरू कर दी थी. आखिरकार आज वह दिन आ गया जब 18 साल से कम आयु वालों को को भी कोरोना महामारी से बचाने के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है. बता दें कि पिछले 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन संदेश में 15-18 साल की उम्र के बच्चों और किशोरों के लिए 3 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन शुरू किए जाने का एलान किया था. उसके बाद साल के पहले दिन 1 जनवरी को टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई.

बच्चों का कोरोना वैक्सीनेशन सरकारी सेंटर पर होगा. साथ ही निजी अस्पताल में भी आप बच्चे को वैक्सीन लगवा सकते हैं. सरकारी वैक्सीनेशन सेंटर पर बच्चों को मुफ्त वैक्सीन लगेगी. जबकि निजी अस्पतालों में वैक्सीन की कीमत चुकानी होगी. बच्चों को अभी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन ही लगाई जाएगी. बता दें कि देश में वर्तमान में 15-18 की उम्र के बच्चों की संख्या करीब 10 करोड़ है.

15 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए ऐसे करा सकते हैं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

15 से 18 साल के बीच बच्चों के पास अगर आधार है तो आप अपने बच्‍चे का वैक्‍सीनेशन कराना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन माध्‍यम से वैक्सीनेशन के लिए Co-WIN पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इसके लिए आपके बच्‍चे का पहचान पत्र होना जरूरी है. इसके बिना रजिस्‍ट्रेशन नहीं हो सकता है. ऑनलाइन स्‍लॉट बुक आप मोबाइल या लैपटॉप से घर बैठे आसानी से कर सकते हैं. ऐसे में अगर आपका आधार कार्ड भी नहीं है तो इसके लिए परेशान होने की आवश्‍यकता नहीं है. कोविन पर दी गई जानकारी के अनुसार, 15 से 18 के बीच में आने वाले बच्‍चे अपने स्‍कूल की आईडी कार्ड का इस्‍तेमाल कर सकते हैं. बच्चों को अभी कोवैक्सीन लगाई जाएगी. जायडस कैडिला की जायकोव-डी को 20 अगस्त को ही मंजूरी मिल गई थी. लेकिन इसे अभी वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल नहीं किया गया है.

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