निजीकरण के विरोध समेत 13 सूत्री मांगों के लिए मंगलवार को रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल से आम जनजीवन पर व्यापक प्रभाव पड़ा। बता दे कि बसों के चक्के थमने से सार्वजनिक परिवहन सेवा लड़खड़ा गई।
हालांकि रुद्रपुर रोडवेज स्टेशन पर बसों के इंतजार में दिनभर यात्री भटकते रहे। अधिकांश यात्रियों को निजी बसों, टैक्सियों व यूपी रोडवेज बसों से यात्रा करनी पड़ी जबकि कुछ लोगों को वापस भी लौटना पड़ा।
बताया जा रहा है कि संयुक्त मोर्चे के बैनर तले उत्तरांचल कर्मचारी रोडवेज यूनियन, उत्तराखंड परिवहन निगम एससीएसटी श्रमिक संगठन, उत्तरांचल इंप्लाइज यूनियन और रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद से जुड़े कर्मचारी सुबह पांच बजे से कार्य बहिष्कार पर चले गए।
हालांकि परिवहन मजदूर संघ ने इस आंदोलन से दूरी बनाई रखी। इसके बावजूद रुद्रपुर डिपो से एक भी बस का संचालन नहीं हुआ। हालांकि टनकपुर परिक्षेत्र की रोडवेज बसों के अलावा यूपी रोडवेज की बसें संचालित होती रहीं लेकिन यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण सभी को बसों में सीटें नहीं मिल सकीं।