उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के बाद पहाड़ से लेकर मैदान तक कुदरत का कहर बरप रहा है। बता दे पहाड़ी इलाकों में नदी नाले उफान पर आ गए हैं। वही गंगा, अलकनंदा, काली और बीन नदी उफान पर हैं और भूस्खलन ने कई जिंदगियां लील लीं। उधर, मैदानी इलाके बारिश के बाद जलमग्न हो गए हैं।
साथ ही मौसम विभाग ने आज भी प्रदेशभर में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। खासकर, कुमाऊं के जनपदों में भारी बारिश होने की चेतावनी दी है। बुधवार को भी प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
भारी बारिश के चलते पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और पहाड़ी से पत्थर गिरने, स्लिप और कई जगह बरसाती गदेरों के सक्रिय होने के कारण सड़कें अवरुद्ध हो रही हैं। बीते 24 घंटे में कुल गंगोत्री-यमुनोत्री और बदरीनाथ-केदारनाथ हाईवे समेत 302 सड़कें बंद हुई हैं।
देर रात गंगोत्री हाईवे बंद होने के कारण यात्रियों के वाहन गंगनानी के समीप खड़े थे। तभी अचानक भूस्खलन हो गया और पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा एक टेम्पो ट्रेवल्स सहित तीन वाहनों पर गिर गया। मलबे में तीन वाहन दब गए। जिसमें एक महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई।