जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि राज्य में शांति के पक्षधर तत्वों की बढ़ती संख्या राज्य की बदलती तस्वीर को स्पष्ट रूप से दर्शाती है। उन्होंने इस बदलाव को विकास, समृद्धि और पर्यटन क्षेत्र में हो रही वृद्धि से जोड़ा। सिन्हा ने पर्यटन क्षेत्र में निजी निवेश को प्रोत्साहन देने वाली शांति की स्थिति को सराहा, जिससे इस क्षेत्र में अधिक प्रत्यक्ष निवेश हुआ है।
सिन्हा ने यह भी उल्लेख किया कि जम्मू-कश्मीर का हस्तशिल्प क्षेत्र पुनर्जीवित हुआ है, और स्थानीय उत्पाद अब वैश्विक मान्यता प्राप्त कर रहे हैं। इसके साथ ही, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को नए अवसर मिल रहे हैं, जिससे क्षेत्र में रोजगार और आर्थिक गतिविधियां बढ़ रही हैं।
उपराज्यपाल ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर का भविष्य भारत के साथ जुड़ा हुआ है, और कोई भी ताकत इसे भारत से अलग नहीं कर सकती। उन्होंने राज्य की बदलती स्थिति को दर्शाते हुए, जम्मू-कश्मीर को समृद्ध और शांतिपूर्ण क्षेत्र बनाने की दिशा में सरकार के प्रयासों को प्रोत्साहित किया।