तीन दिनों से बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान ‘आसानी’ ने आज सुबह से असर दिखाना शुरू कर दिया है. इसे देखते हुए कई राज्यों की सरकारों ने हाई अलर्ट जारी किया है. रविवार शाम को अधिक तीव्र होकर एक भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि ‘गंभीर’ चक्रवाती तूफान में तब्दील हुए असानी 95-105 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पूर्वी तट की ओर बढ़ रहा है. तूफान का असर 12 मई तक रहने की संभावना जताई गई है. तूफान को देखते हुए सीएम ममता बनर्जी ने अपना जिला दौरा कार्यक्रम स्थगित कर दिया है. मौसम विभाग ने ओडिशा, बंगाल और आंध्र प्रदेश में तूफानी बारिश का अलर्ट जारी किया है. असानी का असर सबसे अधिक निकोबार से लगभग 610 किमी उत्तर-पश्चिम में, पोर्ट ब्लेयर से 500 किमी पश्चिम में, विशाखापत्तनम से 810 किमी दक्षिण-पूर्व और पुरी से 880 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में देखने को मिलेगा.
बंगाल की खाड़ी में सक्रिय असानी तूफान का असर दिखना शुरू हो गया है. बिहार के कई जिलों में सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए हैं. तूफान की जिसकी वजह से 12 मई को पूर्वी-पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, बांका, किशनगंज, भागलपुर सहित 15 जिलों में हल्की बारिश के आसार हैं. तेज हवाएं चलेंगी. बता दें कि चक्रवाती तूफान असानी का असर ओडिशा के अलावा बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए भी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है. चक्रवाती तूफान का नाम असानी रखा गया है, जो ‘क्रोध’ के लिए इस्तेमाल सिंहली भाषा का शब्द है. यह तूफान अंडमान द्वीप समूह में पोर्ट ब्लेयर से 380 किलोमीटर पश्चिम में बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में केंद्रित है. मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे मंगलवार से अगली सूचना तक समुद्र और पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों पर न जाएं.