बीते शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता दल के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह द्वारा राम मंदिर को लेकर एक बड़ा बयान दिया गया। बता दे कि उन्होंने कहा ‘राम मंदिर का निर्माण नफ़रत की ज़मीन पर हो रहा है।’ उनके अनुसार, ‘भारत में अब इंसानियत से बड़े उन्मादियों के राम बचेंगे।’
इसी के साथ उन्होंने कहा कि ‘भारत के राम भारत के कण कण में रहेंगे, आरएसएस वालों के राम चाहे जहां बैठें।’
साथ ही ”अयोध्या के मंदिर में शबरी के, तुलसी के राम नहीं बल्कि पत्थरों के भीतर क़ैद एक राम रहेंगे। वो राम लोगों के, ग़रीबों के, झोपड़ियों में रहने वालों के राम नहीं होंगे।”
”भारत की भूमि मानी जाती थी। राम मय है, कृष्ण मय है, अब वह सब ख़त्म।” बता दे कि जगदानंद सिंह का यह बयान गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के त्रिपुरा में दिए गए एक बयान के बाद आया। शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि 2024 की पहली जनवरी तक अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो जाएगा।
हालांकि जगदानंद सिंह ने कहा, ”भारत की जनता तो सदियों से रामायण को लेकर बैठी है। सुबह से लेकर शाम तक उसका पाठ करती रहती है। अब भारत राम का नहीं रहेगा, लेकिन भारत में राम का मंदिर ज़रूर रहेगा। पत्थरों के बीच में राम रहेंगे। हृदय के बीच में कैसे रहेंगे, ये मेरी समझ में नहीं आ रहा है।”
उनके अनुसार, ”कण कण से सिमट कर राम उस चारदीवारी में चले गए। ये किसके राम हैं, इस राम से किनका रिश्ता है?” उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राजद ‘हे राम’ में विश्वास करती है, ‘श्री राम’ में नहीं।
इसी के साथ जगदानंद सिंह ने कहा, ”हमारे हृदय में राम हैं, पत्थर या मंदिरों में नहीं। श्रीराम न तो अयोध्या में हैं और न ही लंका में, बल्कि वे शबरी की कुटिया में रहते हैं। वो आज भी वहां मौजूद हैं। अब ‘श्री राम’ वाले लोग उन्हें अपनी दिल से निकाल कर मंदिरों में बैठा रहे हैं।”